गुरु दत्त से कुशल पंजाबी तक और अब सुशांत सिंह राजपूत
कोरोना काल – लॉकडाउन में ही 5 कलाकार दे चुके हैं जान
रिपोर्ट : कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद (15 जून, 2020)। परिवार का सर्वाधिक महत्व यदि कोई जानता है, तो वह भारत के लोग हैं। भारत में तो परिवार को परिवार माला कहा जाता है। इस माला में रहने वाला हर मोती सुख-दु:ख में स्वयं को सुरक्षित पाता है, परंतु इस माला से टूटा मोती अक्सर ग़ुमनामी के अंधेरों में खो जाता है।
हिन्दी फिल्म जगत यानी बॉलीवुड (BOLLYWOOD) फिर एक बार स्तब्ध एवं हतप्रभ है। बॉलीवुड में यद्यपि यह कोई नई बात नहीं है कि कोई कलाकार बुलंदियों पर होने के पश्चात् भी ज़िंदगी से हार मान बैठे। सुशांत सिंह राजपूत की तो उम्र ही क्या थी ? केवल 34 वर्षीय सुशांत यदि अशांत थे, तो उन्हें शांत किया जा सकता था, परंतु दुर्भाग्य यह था कि उनके आसपास उन्हें शांत करने वाला कोई नहीं था, जिसका परिणाम यह हुआ कि सुशांत ने शांत होने का वही मार्ग अपनाया, जो गुरु दत्त से लेकर कुशल पंजाबी तक ने अपनाया था।
वास्तव में अकेलापन एक ऐसा अजगर है, जो किसी को भी बड़ी आसानी से निगल सकता है और सुशांत सिंह राजपूत (SUSHANT SINGH RAJPUT) इसका सबसे अद्यतन दृष्टांत हैं। आध्यात्मिक विश्व में इस अकेलेपन को एकांत कहा जाता है, जो किसी भी व्यक्ति को जीते-जी मुक्ति या मोक्ष प्रदान कर सकता है, परंतु व्यावहारिक विश्व में अकलापन मौत के कुएँ के समान है। जैसे ही व्यक्ति उलझनों, संशयों एवं परेशानियों में फँसता है, अकेलापन उसके लिए मौत की बाँहें फैला देता है।
काश ! सुशांत सिंह राजपूत के साथ/पास कोई अपना होता। माँ भले ही गुज़र चुकी थीं। पिता यदि साथ होते, तो सुशांत अपने संशयों को उनके साथ बाँटते और निश्चित रूप से कोई जीवनदायक मार्ग निकल आता, लेकिन दुर्भाग्य से सुशांत सिंह राजपूत भी उन्हीं लोगों की सूची में शामिल थे, जो अंदर ही अंदर अपने आप से लड़ते हुए अंतत: हार गए।
गुरु दत्त
बॉलीवुड में अकेलेपन के बीच मृत्यु को गले लगाने वालों की लंबी सूची है। सुशांत सिंह राजपूत तो बच्चे थे। अकेलेपन का अजगर तो बड़ों-बड़ों को निगल चुका है, जिनमें कदाचित सबसे पहला नाम आता है गुरु दत्त का। श्वेत-श्याम युग के बॉलीवुड में महान अभिनेता के रूप में शीर्ष पर पहुँच चुके प्रसिद्ध क्लासिकल कलाकार गुरु दत्त 10 अक्टूबर, 1964 को मुंबई में पेडर रोड स्थित अपार्टमेंट में अपने किराए के घर में मृत पाए गए थे। उनकी आयु केवल 39 वर्ष थी। ‘कागज़ के फूल’, ‘बाज़ी’ और ‘प्यासा’ जैसी सुपर हिट फिल्मों के नायक गुरु दत्त की मौत नींद की गोलियाँ एवं शराब की अधिकता से हुई थी। उनका वास्तविक नाम वसंत कुमार शिवशंकर पादुकोण था।
सिल्क स्मिता
सिल्क स्मिता दक्षिण भारतीय सिनेमा की अभिनेत्री थीं। उन पर ‘द डर्टी पिक्चर’ नामक फिल्म भी बन चुकी है। वास्तविक नाम विजयलक्ष्मी था, जो तमिल सिनेमा में अपने हुश्न से धूम मचा रही थीं। ‘वंदीचक्करम’, ‘मूंदरु मुगम’ सहित 200 फिल्मों में काम चुकीं विजयलक्ष्मी सिल्क स्मित के नाम से प्रसिद्ध हुईं, परंतु अचानक 23 सितंबर, 1996 को ख़बर आई कि ग्लैमर की दुनिया के इस चमकते सितारे ने आत्महत्या कर ली। सिल्क स्मित की आयु भी 36 वर्ष ही थी और वे भी अकेली ही थीं।
नफीसा जोसेफ
पूर्व मिस इंडिया तथा वीडियो जॉकी नफीसा जोसेफ बुलंदियों के शिखर पर थीं, परंतु 29 जुलाई, 2004 को वे मुंबई के वरसोवा स्थित अपने घर में फाँसी लगी अवस्था में पाई गईं। केवल 25 वर्ष की आयु में मौत के गले लगाने वाली नफीसा 1997 में मिस इंडिया चुनी गई थीं। वे मॉडल तथा पशु अधिकार कार्यकर्ता के रूप में भी सक्रिय थीं।
कुलजीत रंधावा
मॉडल से टेलीविज़न कलाकार बनीं कुलजीत रंधावा ने 8 फरवरी, 2006 को मुंबई में उपनगर जुहू स्थित एक कमरे वाले अपार्टमेंट में फाँसी लगा ली। केवल 25 वर्ष की आयु में कुलजीत ने अच्छी-ख़ासी सफलता हासिल कर ली थी। हाईस्कूल नाटक ‘हिप हिप हुर्रे’ से एक्टिंग कॅरियर शुरू करने वालीं कुलजीत ने सस्पेंस सीरियल ‘कोहिनूर’ तथा क्रिमिनल थ्रिलर ड्रामा ‘स्पेशल स्क्वैड’ में भी काम किया था।
कुणाल सिंह
तमिल रोमांस फिल्म ‘कधलर धिनम’ (1999) में विख्यात बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे के अपॉज़िट काम कर चुके कुणाल सिंह 7 फरवरी, 2008 को मुंबई के ओशीवारा स्थित फ्लैट में पंखे से झूलते पाए गए। कुणाल की आयु केवल 30 वर्ष थी।
जिया ख़ान
‘निशब्द’ में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम कर चुकीं 25 वर्षीय ब्रिटिश-अमेरिकन अभिनेत्री जिया ख़ान जब 3 जून, 2013 को अपने मुंबई स्थित घर में फाँसी पर झूलती हुई पाई गईं, तो पूरा बॉलीवुड नि:शब्द हो गया। ‘निशब्द’ से पहले जिया ख़ान ने आमिर ख़ान के साथ ‘ग़जिनी’ में भीकाम किया था। जिया भी उसी अकेलेपन का शिकार हुईं, जो गुरु दत्त से लेकर कुणाल तक ने झेला।
प्रत्यूषा बनर्जी
टेलीविज़न कलाकार तथा ‘बालिका वधु’ में वयस्क ‘आनंदी’ की भूमिका निभाने वाली प्रत्यूषा बनर्जी ने भी इसी प्रकार बॉलीवुड और टेलीवुड की दुनिया को चौंकाया था। प्रत्यूषा सफलता के अच्छे-ख़ासे मुक़ाम पर थीं। फिर भी अचानक 1 अप्रैल, 2016 को उन्होंने मुंबई में आत्महत्या कर ली। प्रत्यूषा की आयु केवल 23 वर्ष थी।
कुशल पंजाबी
सुशांत सिंह राजपूत से पहले बॉलीवुड से आख़िरी चौंकाने वाली आत्महत्या की ख़बर आई थी कुशल पंजाबी की। ‘काल’ तथा ‘लक्ष्य’ जैसी फिल्मों तथा रियलिटी शो ‘फीयर फैक्टर’ में काम कर चुके कुशल पंजाबी ने 25 दिसंबर, 2019 को मात्र 42 वर्ष की आयु में फाँसी लगा ली। वे भी अपने घर में अकेले रहते थे, जिसके कारण उनकी मौत का ख़ुलासा 27 दिसंबर को हुआ, जब उनके माता-पिता उनके घर पहुँचे।
कुशल के बाद और सुशांत से पहले
आपको जान कर आश्चर्य होगा कि कोरोना संक्रमण काल, लॉकडाउन और उससे हुई मुश्क़िलों ने आम आदमी को ही नहीं, ग्लैमर की दुनिया के कई सितारों को तोड़ दिया। 70 दिनों के कोविड 19 लॉकडाउन के दौरान भी 5 फिल्म कलाकारों ने आत्महत्या की, जिनके बारे में अधिक चर्चा नहीं हुई।
मनमीत ग्रेवाल
‘आदत से मज़बूर’ जैसे टीवी धारावाहिक में काम कर चुके मनमीत ग्रेवाल को लॉकडाउन में आर्थिक बदहाली ने तोड़ दिया और 15 मई, 2020 को उन्होंने आत्महत्या कर ली। 32 वर्षीय मनमीत ने सुसाइड नोट में लिखा था कि पिछला पेमेंट नहीं मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। मनमीत के एक दोस्त ने भी कुछ दिन पहले ही फाँसी लगा कर आत्महत्या की थी। वह भी आर्थिक संकट का शिकार था। दोनों ने फॉरेन ट्रिप के लिए लोन ले रखा था, जिसका वे भुगतान नहीं कर पा रहे थे।
प्रेक्षा मेहता
‘क्राइम पेट्रोल’, ‘लाल इश्क़’ और ‘मेरी दुर्गा’ जैसे शो की अभिनेत्री प्रेक्षा मेहता ने 25 मई, 2020 की रात इंदौर में आत्महत्या की। 25 वर्षीय प्रेक्षा के सुसाइड नोट के अनुसार, ‘मेरे टूटे हुए सपनों ने मेरे आत्मविश्वास का दम तोड़ दिया है। मैं मरे हुए सपनों के साथ नहीं जी सकती। इस नकारात्मकता के साथ रहना मुश्क़िल है। पिछले एक वर्ष से मैंने बहुत प्रयास किए। अब मैं थक गई हूँ।’
चांदना
कॉमर्शियल विज्ञापनों में नज़र आ चुकीं कन्नड अभिनेत्री व टीवी एंकर चांदना वीके ने 28 मई, 2020 को आत्महत्या की थी, परंतु देश में यह ख़बर एक सप्ताह बाद वायरल हुई। ब्वॉयफ्रेंड दिनेश गौडा ने दिल तोड़ा, तो चांदना ने विषपान कर लिया। मरने से पहले बनाए अपने अंतिम वीडियो में चांदना कहती नज़र आ रही थीं, ‘तुमने कहा था कि अगर मैं मर जाऊँ, तो तुम्हारे लिए अच्छा होगा। मैं अपनी ज़िंदगी ख़त्म कर रही हूँ और इसकी वज़ह तुम हो दिनेश।’
श्रीधर-कल्याणी
तमिल टीवी कलाकार श्रीधर तथा उनकी बहन जया कल्याणी भी लॉकडाउन के दौरान आर्थिक बदहाली का सामना नहीं कर पाए। उनकी मौत का ख़ुलासा 6 जून, 2020 को हुआ चेन्नई में जब उनके घर से दुर्गंध आने लगी, तब पता चला कि दोनों ने आत्महत्या कर ली।
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