30 करोड़ योग्य नागरिकों में से केवल 13 करोड़ ने ली कोरोना वैक्सीन
1 मई से 18+ के शामिल होते ही 65 करोड़ हो जाएँगे वैक्सीन एलिजिबिल
कन्हैया कोष्टी
अहमदाबाद, 24 अप्रैल, 2021 (बीबीएन)। देश में गत 1 अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु वाले नागरिकों के लिए प्रारंभ हुए विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में अब तक 13 करोड़ 83 लाख 79 हज़ार 832 लोगों ने ही कोरोना विरोधी टीका लगवाया है।
भारत में कोरोना संक्रमण के हाहाकार के बीच वैक्सीन लेने के प्रति लोगों की उदासीनता चिंताजनक है। देश की वर्तमान अनुमानित 130 करोड़ की जनसंख्या में 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिकों की संख्या लगभग 30 करोड़ है। इस लिहाज़ से देखा जाए, तो देश में 24 दिनों में 45+ टीकाकरण अभियान में पूरे 50 प्रतिशत लोग भी नहीं जुड़े हैं। टीकाकरण अभियान में दिख रही यह सुस्ती कोरोना संक्रमण को रोकने के किए जा रहे प्रयासों में बड़ी बाधा बन रही है।
यदि आप भी 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं और अब तक आपने कोरोना वैक्सीन नहीं ली है, तो आपको राष्ट्र पर यह उपकार 1 मई से पहले कर देना चाहिए, वरना न केवल राष्ट्र, बल्कि आप स्वयं भी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं।
30 अप्रैल तक ले लीजिए टीका, वरना पड़ेगा धक्का
फ़िलहाल जब 45 वर्ष या उससे अधिक आयु के टीकाकरण अभियान में शामिल हो रहे लोगों को भी कई स्थानों पर घण्टों में क़तार में लगना पड़ रहा है, तो आप कल्पना कीजिए कि 1 मई से क्या स्थिति होगी ? सरकार 1 मई से 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए भी कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करने जा रही है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन एलिजिबल लोगों की संख्या लगभग 65-70 करोड़ हो जाएगी। उस स्थिति में स्वाभाविक है कि टीका केन्द्र पर भारी भीड़ उमड़ेगी और लोगों को वैक्सीन लेने के लिए घण्टों प्रतीक्षा भी करनी पड़ सकती है। अत: 45+ आयु समूह के अब तक वैक्सीन नहीं लेने वाले लोगों को चाहिए कि वे 30 अप्रैल तक वैक्सीन ले लें और 1 मई से उमड़ने वाली भीड़ तथा कड़ी धूप में लंबी क़तार की मुसीबत से स्वयं को बचाएँ। आँकड़े कहते हैं कि केवल 45 या उससे अधिक वर्ष के लगभग 30 करोड़ लोगों में से केवल 13 करोड़ 83 लाख 79 हज़ार 832 ने ही वैक्सीन ली है। इसका अर्थ यह हुआ कि अभी भी 15-16 करोड़ लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है। ऐसे लोगों को 1 मई के बाद होने वाली मुसीबत से बचने के लिए 30 अप्रैल तक वैक्सीन ले लेनी चाहिए।
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